मंदी के चलते शैंपू-हेयर आयल को ना

 आर्थिक सुस्ती का असर अब  अब शहरों से निकल कर ग्रामीण इलाकों तक पहुंचा
नई दिल्ली। आर्थिक सुस्ती का असर अब  अब शहरों से निकल कर ग्रामीण इलाकों तक पहुंच गया है। आर्थिक सुस्ती के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अब टूथपेस्ट, शैम्पू, हेयर ऑयल और बिस्किट जैसी चीजों का इस्तेमाल कम करने लगे हैं। लंबे समय से जारी आर्थ‍िक सुस्ती की वजह से अब एफएमसीजी इंडस्ट्री की ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिक्री पर ब्रेक लगने लगा है। ऐसे ज्यादातर उत्पाद इस तरह की विवेकाधीन श्रेणी में आते हैं, जिसमें खासकर ग्रामीण इलाकों के लोग आर्थ‍िक स्थिति ठीक न रहने पर कटौती करने लगते हैं। ग्रामीण बाजार एफएमसीजी कंपनियों के लिए ऐसे उत्पाद बिक्री के बड़े आधार होते हैं, लेकिन अब अर्थव्यवस्था में सुस्ती चलते यह आधार भी कमजोर पड़ने लगा है। .टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पिछली तिमाही यानी सितंबर में खत्म तिमाही में टूथपेस्ट की बिक्री में 3 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में इसकी बिक्री में 13 फीसदी की बढ़त हुई थी। इस दौरान हेयर ऑयल की बिक्री में सिर्फ 0.4 फीसदी की बढ़त हो रही है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में इसकी बिक्री में 12 फीसदी की बढ़त हुई थी।सबसे ज्यादा चोट शैम्पू की बिक्री को पहुंची है। सितंबर तिमाही के दौरान शैम्पू की बिक्री में कोई बढ़त नहीं हुई, जबकि पिछले साल इस तिमाही के दौरान इसकी बिक्री में 20 फीसदी की बढ़त हुई थी. जानकारों का कहना है कि खासकर हेयर ऑयल की बिक्री इतनी खराब शायद ही कभी नहीं देखी गई ।