रामनगर। कार्बेट पार्क में हाथी के बच्चे पर बाघ ने हमला कर उसे घायल कर दिया सूचना पर मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने शिशु हाथी का उपचार किया। ड्रिप से ग्लूकोज चढ़ाने के साथ ही जख्मों पर दवा लगाई गई। होश में आते ही हाथी जंगल की ओर भाग गया। वन कर्मियों ने रोकना चाहा तो वह उग्र होकर हमला करने लगा। कुछ देर बाद जंगल में घुसकर ओझल हो गया। सीटीआर के कालागढ़ टाइगर रिजर्व में गश्त के दौरान वन कर्मियों को हाथी का एक साल का बच्चा मिला। कमजोर होने की वजह से वह चलने में असमर्थ था। शरीर पर बाघ के हमले के निशान थे। सूचना पर पहुंचे सीटीआर के पशु चिकित्सक ने हाथी के बच्चे को रेस्क्यू कर मौके पर ही उपचार किया। माना जा रहा है कि जंगल में गश्त के दौरान वह झुंड से भटक गया होगा। ऐसे में अकेला घूमता देख बाघ ने उस पर हमला कर दिया। हाथी अभी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया है, अगर वह अपने झुंड से नहीं मिल पाया तो बाघ उस पर दोबारा हमला कर सकता है।
बाघ के हमले में शिशु हाथी घायल