चित्रदुर्ग। कर्नाटक में मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) खाने से 60 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। बीमार बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया गया। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मध्याह्न का भोजन दिया गया। बता दें बच्चों को मिड-डे मील का खाना खाने के बाद पेटदर्द होने लगा जिसके बाद उन्होंने टीचरों से इसकी शिकायत की। इसके बाद कुछ बच्चों को उल्टियां भी शुरू हो गई। स्थिति को देखते हुए टीचरों ने सभी 60 स्कूली बच्चों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। बच्चों के माता-पिता की मांग है कि स्कूल प्रशासन को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। पीड़ितों में से एक के पिता ने कहा,हम गरीब लोग हैं। स्कूल प्रशासन और बच्चों के लिए खाना बनाने वाले रसोइयों को जिम्मेदारी लेनी पड़ती है। ईश्वर की कृपा के कारण बच्चे ठीक हैं अगर कुछ गलत होगा तो जिम्मेदारी कौन लेगा? पूरी तरह से 200 बच्चे थे, शुरू में यह कहा गया कि भोजन में छिपकली गिर गई। ताड़पल्ली शहर में रामकृष्ण मिशन स्कूल के कम से कम 20 छात्रों को मिड-डे मील का खाना खाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना इसी साल जुलाई में सामने आई थी।
भोजन का सेवन करने के बाद, बच्चों ने कथित तौर पर उल्टी की शिकायत की और चेतना खो दीए जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा छात्रों को चावल, दाल और करी परोसी गई, जो पूरे देश में एक स्कूल लंच कार्यक्रम चलाती है।