नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान अब और अधिक शक्तिशाली हो गया है। गुजरात,महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी गई है। गुजरात के तटीय इलाके की तरफ तूफान तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में भी एक नया चक्रवाती तूफान बुलबुल बनता हुआ दिखाई दे रहा है। बुलबुल इस साल का 7वां चक्रवाती तूफान होगा।
मौसम विभाग पूर्वानुमान जारी करते हुए चक्रवाती तूफान महा के कारण छह नवंबर को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र तथा अंडमान निकोबार में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश तथा कोंकण,गोवा एवं मध्य महाराष्ट्र में तेज बारिश की आशंका जतायी है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू कश्मीर में तेज बर्फीली हवायें तथा पंजाब और हिमांचल प्रदेश में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की है। सात नवंबर को गुजरात में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश के अलावा जम्मू कश्मीर,हिमाचल प्रदेश, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और अंडमान निकोबार में कुछ स्थानों पर भारी बारिश तथा इन इलाकों के अलावा हरियाणा में गरज चमक के साथ तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है। मौसम विभाग का मानना है कि 6 नवंबर की रात या 7 नवंबर की सुबह चक्रवात 'महा' गुजरात के पोरबंदर और दीव के बीच समुद्री तट से टकरा सकता है। इस दौरन वहां 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तेज हवाओं के साथ.साथ ही तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग की ताजा जानकारी के मुताबिक चक्रवाती तूफान महा के कारण तटीय कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। यह तूफान सात नवंबर को गुजरात तट पर दस्तक दे सकता है। वहीं दूसरा तूफान बुलबुल भारत के पूर्वी तटों को प्रभावित करने वाला है। लेकिन इसके हिट करने की लोकेशन का अभी सटीक अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता है। हालांकि अधिक संभावना ओडिशा या उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय भागों पर इसके लैंडफॉल के संकेत अभी मिल रहे हैं।