गोपेश्वर। विख्यात फूलों की घाटी गुरूवार को पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद हो जाएगी। दरअसल फूलों की घाटी हर साल 31 अक्टूवर को पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद कर दी जाती है। इसके चलते अब 31 अक्टूवर को फूलों की घाटी शीताकल के लिए बंद हो जाएगी। वैसे भी फूलों की घाटी का दीदार करने के लिए हर साल हजारों तीर्थयात्री पहुंचते हैं। इस साल 17424 पर्यटकों ने फूलों की घाटी का दीदार किया। इसमें 520 विदेशी तथा 16904 देशी पर्यटक शामिल हैं।
पर्यटकों से फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को 27 लाख 60 हजार का राजस्व अर्जित हुआ। चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी में 521 प्रजाति के फूल पाए जाते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए फूलों की घाटी किसी स्वर्ग से कम नहीं है। फूलों की घाटी को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा हासिल है। करीब 87.50 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली फूलों की घाटी को यूनेस्को ने 1982 में वि धरोहर घोषित किया था। बर्फीले पर्वतों से घिरी फूलों की घाटी खूबसूरती के लिए विख्यात तो है ही अपितु प्रकृति प्रेमियों को भी सुखद अहसास देती है।