लूट का प्रयास करने वाले बदमाश चढ़े पलिस के हत्थे


देहरादून। मंगलवार की रात दूध कारोबारी को गोली मारकर उससे लूट का प्रयास करने वाले दोनों बदमाशों को प्रेमनगर पुलिस ने उनके दो अन्य साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक दूध का ही कारोबारी है जबकि दूसरा आईएमए के मैस में काम करता है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम के लिए डीजी लॉ एण्ड आर्डर अशोक कुमार ने दस हजार रुपये और पुलिस कप्तान अरूण मोहन जोशी ने ढाई हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरूण मोहन जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि 29 अक्टूबर को सूचना मिली कि धूलकोट जंगल के पास बाईक सवार दो बदमाशों ने टैम्पो चालक दूध कारोबारी को गोली मारकर लूट का प्रयास किया है। इस घटना में घायल दूध कारोबारी अंकित के चाचा देवेन्द्र रावत ने मुकदमा दर्ज करवाया।  घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीम ने सेलाकुई, सहसपुर व विकासनगर क्षेत्र के सभी दूध कारोबारियोंकी सूची तैयार करने के साथ ही ऐसे दूध कारोबारियों की सूची भी तैयार की जो इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसी क्रम में थाना प्रेमनगर में तैनात कांस्टेबल केसर मुस्तफा जैदी और कांस्टेबल अमित को सूचना मिली कि लूट के प्रयास की इस घटना को दूध कारोबारी देवदत्त से जुडे दो बदमाशों मंजीत और रोहित ने अंजाम दिया है। दोनों की तलाश के दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि घटना को अंजाम देने वाले दोनो बदमाश मंजीत और रोहित अपने एक अन्य साथी मोहित के प्रेमनगर स्थित घर पर रूके हैं और किसी अन्य घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने दबिश देकर मौके से मंजीत गोलिया उर्फ जाट निवासी ग्राम फुरकास घिरान थाना गनोर सोनीपत हरियाणा (हाल पता जमनपुर), रोहित पटेल निवासी महावीर कालोनी निकट रेलवे स्टेशन पानीपत हरियाणा (हाल पता जमनपुर), मोहित कुमार निवासी प्रेमनगर को गिरफ्तार कर लिया। तीनों से पूछताछ के बाद इस मामले में दूध कारोबारी देवदत्त निवासी डाक्टर गंज विकासनगर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में धर्मेन्द्र सिंह रौतेला (थानाध्यक्ष प्रेमनगर), नत्थी लाल उनियाल (थानाध्यक्ष बसन्त विहार), उपनिरीक्षक दर्शन काला, उपनिरीक्षक शिवराम, उपनिरीक्षक प्रवीण कुमार सैनी , उपनिरीक्षक नवनीत भण्डारी, कांस्टेबल केसर मुस्तफा जैदी, कांस्टेबल अमित, कांस्टेबल  नरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल राम चन्द्र,  कांस्टेबल सोनू राठी, कांस्टेबल चालक घसीटू सिंहव एसओजी से कांस्टेबल प्रमोद कुमार और कांस्टेबल आशीष शर्मा शामिल रहे। 


कारोबार में नुकसान होने के बाद बनाया लूट का प्लान
दूध कारोबारी अंकित को गोली मारने वाले गिरोह के सरगना मंजीत ने बताया कि वह और रोहित पूर्व में कई मुकदमों में जेल जा चुके हैं। जेल से छूटने के बाद वह और रोहित विकासनगर में आकर रहने लगे। यहां उसे एक रेस्टोरेंट खोला जिसमें मोहित और देवदत्त अक्सर आया करते हैं। यहीं से उनकी पहचान हुई और कई अन्य दूध कारोबारियों से भी परिचय हो गया।
हांलाकि कुछ समय चलाने के बाद रेस्टोरेंट में नुकसान होने लगा और उसे बंद करना पड़ा। कारोबार बंद होने के बाद मंजीत ने रोहित, मोहित और देवदत्त के साथ मिलकर दूध कारोबारियों को लूटने का प्लान बनाया ।  प्लान बनाने के बाद परम डेयरी के चालक अंकित को लूटने की योजना बनाई। देवदत्त ने अपनी डेयरी से परम दूध की एक खाली कैरेट मंजीत व रोहित को दी। जिसे लेकर दोनों घटना वाली दोपहर राजावाला तिराहे के पास अंकित के वाहन के आने का इंतजार करने लगे। देवदत्त उन्हें फोन पर जानकारी दे रहा था। अंकित जब राजवाला तिराहे से पास हुआ तो दोनों ने अपनी बाइक उसके पीछे लगा दी। दूध की खाली कैरेट को कट्टे के अन्दर रखा था। जब धूलकोट का जंगल शुरू हुआ तो खाली कैरेट बाहर निकालकर सडक पर गिरा दिया और टैम्पो से खाली कैरेट गिरने की बात कहकर अंकित की गाड़ी को रूकवा दिया। अंकित को पिस्टल दिखाकर रुपये मांगे गए परन्तु अंकित ने रुपये होने से इनकार कर दिया। जिसके बाद दोनों ने उस पर फायर झोंक दिया। लोगों की भीड़ इकट्ठा होते देख दोनों वहां से भाग निकले और मोहित के घर पहुंचे जो आईएमए की मैस में पिछले छह सात साल से काम कर रहा है और प्रेमनगर में ही रहता है। रात में मोहित ने ही दोनों को अपनी कार से विकासनगर छोड़ा। बुधवार को मोहित के घर पर दोबारा से लूट की योजना बना रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।